Jee Advanced 2019: रजिस्ट्रेशन के दौरान छात्रों ने नहीं दिखाया रुझान, आवेदन एक लाख 30 हजार ही हुए…

आईआईटी के इतिहास में पहली जेईई एडवांस 2019 परीक्षा के लिए जेईई मेन से चयनित छात्रों ने रजिट्रेशन में रुझान नहीं दिखाया है। जेईई एडवांस ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन विंडो नौ मई शाम को बंद हो जाएगी।  बुधवार शाम पांच बजे तक महज एक लाख 30 हजार छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया है। जबकि जेईई एडवांस 2019 के लिए 2 लाख 45 हजार छात्रों का जेईई मेन रैंकिंग 2019 से चयन हुआ था। अभी तक 1 लाख 15 हजार छात्र बाकी हैं। भारत में हर छात्र और अभिभावक का सपना आईआईटी से बीटेक करने का रहता है। इसीलिए आईआईटी में दाखिले के लिए लाखों रुपये सालाना की छठीं कक्षा से सख्त कोचिंग शुरू हो जाती है। हालांकि जेईई एडवांस 2019 में आईआईटी में दाखिले का ट्रेंड बदला दिख रहा है। 

आईआईटी से जुड़े विशेषज्ञों के मुताबिक, आईआईटी के इतिहास में यह पहला मौका है, जब जेईई मेन रैंकिंग में जेईई एडवांस के लिए चयनित होने के बाद भी छात्र जेईई एडवांस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कर रहे हैं। यह आकंड़ा बेहद बड़ा है और चौकाने वाला है। जेईई एडवांस रजिस्ट्रेशन विंडो बंद होने में कुछ घंटे बाकी हैं। ऐसे में एक लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन होना संभव नहीं है। क्योंकि अधिकतर छात्र रजिस्ट्रेशन विंडो ओपन होते ही रजिस्टर्ड हो जाते हैं। जबकि लेटलतीफी (आखिरी दिन रजिस्ट्रेशन) करने वाले छात्रों की संख्या आईआईटी जैसे संस्थानों में पढ़ाई का सपना देखने वाले छात्रों में बेहद कम होती है। 

टफ परीक्षा और मनपसंद आईआईटी न मिलना – 

विशेषज्ञों का कहना है कि जेईई मेन और जेईई एडवांस परीक्षा बेहद अलग होती है। जेईई एडवांस पास करना हर छात्र के बस की बात नहीं होती है। कठिन मेहनत से एडवांस परीक्षा पास करने के बाद भी अच्छा व  पुराना आईआईटी मिलने के साथ मनपसंद स्ट्रीम मिलेगी, इसकी भी गारंटी नहीं होती है। क्योंकि आईआईटी मैरिट के आधार पर सीट व आईआईटी का आवंटन करता है। इसके अलावा छात्रों में अब विदेशों से बैचलर डिग्री का चलन भी बढने लगा है। क्योंकि बीटेक के बाद अधिकतर छात्र मास्टर के लिए विदेश की ओर रूख करते हैं। ऐसे में वे बैचलर भी विदेश से करने को तबज्जो दे रहे हैं। 

 कारणों का खुलासा होना चाहिए-

चयनित छात्रों की बड़ी संख्या यदि जेईई एडवांस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कर रही है तो कारणों को जानना जरूरी है। 12वीं बोर्ड और जेईई मेन परीक्षा पास करना आसान होता है। जबकि जेईई एडवांस की परीक्षा गुणवत्ता के चलते आईआईटी  स्वयं आयोजित करता है। इसीलिए हो सकता है कि जेईई एडवांस परीक्षा के प्रश्न पत्र देखकर छात्रों ने रजिस्ट्रेशन न करने की सोची हो। इसके अलावा जेईई मेन के आधार पर छात्रों के पास कठिन परीक्षा पास किए बगैर पढ़ाई के अन्य विकल्प भी उपलब्ध हैं। इसलिए रजिस्ट्रेशन न किया हो।
 
रजिस्ट्रेशन दो लाख पार करने की संभावना नहीं –

आईआईटी में दाखिले के लिए जेईई एडवांस 2019 परीक्षा में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में बुधवार शाम तक महज 1.30 लाख रजिस्ट्रेशन हुए हैं। जबकि नौ मई को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन विंडो बंद हो  जाएगी। ऐसे में संभावना बेहद कम है कि रजिस्ट्रेशन आंकड़ा दो लाख क्रास कर पाएगा। छात्रों ने जेईई एडवांस 2019 के लिए चयनित होने के बाद भी रजिस्ट्रेशन क्यों नहीं किया, यह बड़ा सवाल है? हालांकि अब आईआईटी के अलावा अन्य विकल्पों के साथ विदेशों में स्नातकोत्तर के साथ स्नातक प्रोग्राम की पढ़ाई का ट्रेंड भी आ एक बड़ा कारण हो सकता है। 
 

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