रामायण के इन 5 रहस्यों से आप भी होंगे अनजान, जानिए यंहा…

भगवान राम और देवी सीता के जन्म एवं जीवनयात्रा का वर्णन जिस महाकाव्य में किया गया है उसे रामायण के नाम से जाना जाता है। हालांकि ऐसा माना जाता है कि मूल रामायण की रचना “ऋषि वाल्मीकि” द्वारा किया गया था। लेकिन कई अन्य संतों और वेद पंडितों जैसे- तुलसीदास, संत एकनाथ आदि ने इसके अन्य संस्करणों की भी रचना की है। हालांकि प्रत्येक संस्करण में अलग-अलग तरीके से कहानी का वर्णन किया गया है। लेकिन मूल रूपरेखा एक ही है। आज हम आपको रामायण से जुड़ी 5  ऐसी बातें बताएंगे जो बहुत कम लोग जानते हैं।

1. हम में से अधिकांश लोगों को पता है कि राम का सीता से विवाह एक स्वयंवर के माध्यम से हुआ था। उस स्वंयवर के लिए भगवान शिव के धनुष का इस्तेमाल किया गया था। जिस पर सभी राजकुमारों को प्रत्यंचा चढ़ाना था। लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि भगवान शिव के उस धनुष का नाम “पिनाक” था।

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2. राम को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है लेकिन आपको पता है कि उनके अन्य भाई किसके अवतार थे? लक्ष्मण को शेषनाग का अवतार माना जाता है जो क्षीरसागर में भगवान विष्णु का आसन है। जबकि भरत और शत्रुघ्न को क्रमशः भगवान विष्णु द्वारा हाथों में धारण किए गए सुदर्शन-चक्र और शंख-शैल का अवतार माना जाता है।

3. रामायण के हर 1000 श्लोक के बाद आने वाले पहले अक्षर से गायत्री मंत्र बनता है।

4. तीन भाइयों के अलावा राम की एक बहन भी थीं, जिनका नाम “शांता” थाl वे आयु में चारों भाईयों से काफी बड़ी थींl उनकी माता कौशल्या थीं।

5. वाल्मीकि द्वारा रचित ‘रामायण’ में सीता स्वयंवर का वर्णन नहीं है। रामायण के अनुसार भगवान राम व लक्ष्मण ऋषि विश्वामित्र के साथ मिथिला पहुंचे, तब विश्वामित्र ने ही राजा जनक से श्रीराम को वह शिवधनुष दिखाने के लिए कहा और प्रत्यंचा चढ़ाते समय वह टूट गया।

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