मध्‍यप्रदेश में गजब का स्कूल, सिर्फ छठी क्लास, पढ़ने और पढ़ाने वाले भी चार

शिक्षा विभाग का सिस्टम गजब तरीके से काम कर रहा है। कई स्कूलों में जहां एक भी शिक्षक नहीं हैं, वहीं शहर का एक ऐसा भी स्कूल है जहां सिर्फ चार बच्चे पढ़ते हैं और उन्हें पढ़ाने के लिए भी चार शिक्षक पदस्थ हैं।

 

शिक्षा विभाग का यह अंक गणित शहर के मुरार शहर ब्लॉक के शासकीय माध्यमिक महाराजा बाड़ा क्रमांक-2 स्कूल में फेल नजर आता है। यहां सिर्फ एक ही कक्षा 6वीं की लगती है। कक्षा 7वीं और आठवीं में एक भी छात्र नहीं हैं। इसी परिसर में संचालित प्रायमरी में भी ऐसी ही स्थिति है।

यहां केवल 14 ही बच्चे दर्ज हैं। कक्षा-1 में 2, कक्षा-2 में 2, 3 में 3, 4 में 3 व कक्षा 5 में कुल 4 बच्चे दर्ज हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए भी 2 शिक्षक अलग से पदस्थ हैं। यह एक बानगी है, जिले में ऐसे दर्जनभर से ज्यादा स्कूल हैं। जहां 40-50 बच्चों को पढ़ाने के लिए 11 से 15 शिक्षक भी डटे हुए हैं।

शहर का एक स्कूल ऐसा भी

शहर में ही स्थित शासकीय कन्या माध्यमिक शरणार्थी विद्यालय विकासखंड मुरार है, जहां 60 से अधिक बच्चियां हैं, लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए सिर्फ एक शिक्षक है।

ग्रामीण अंचल में स्थिति और खराब

वहीं जिले में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे दर्जनों स्कूल ऐसे हैं। जहां के बच्चों को पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं। आसपास के गांवों से आने वाले शिक्षकों के सहारे ग्रामीण बच्चों की पढ़ाई चल रही है। शासकीय माध्यमिक विद्यालय देवरीकला, भितरवार में 80, शासकीय माध्यमिक विद्यालय भोरी, भितरवार में करीब 70 तो प्राथमिक विद्यायल मुसाहरी विकासखंड भितरवार जिला ग्वालियर में 65 से अधिक विद्यार्थी पढ़ते हैं। लेकिन इन स्कूलों में एक भी शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के लिए उपलब्ध नहीं हैं। आसपास के स्कूल व गांवों से आए 1-2 शिक्षक इन्हें पड़ाते हैं।

यहां शिक्षकों की भरमार

-शासकीय प्राथमिक विद्यालाय महाराज बाड़ा, तारागंज। विकासखंड मुरार शहर जिला ग्वालियर में कुल बच्चों की कुल दर्ज संख्या 46 है। 13 शिक्षक पदस्थ हैं।

-शासकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय जयकब परेड, लोहागढ़। विकासखंड मुरार शहर जिला ग्वालियर में कुल 70 बच्चे दर्ज हैं। 11 शिक्षक पदस्थ हैं।

-शासकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय गजराराजा। विकासखंड मुरार शहर में कुल 65 बच्चे दर्ज हैं। 10 शिक्षक पदस्थ हैं।

-शासकीय बालक प्राथमिक विद्यालय आंतरी। विकासखंड भितरवार में करीब 35 बच्चे दर्ज हैं। 4 शिक्षक पदस्थ हैं।

यह है नियम

आरटीई के अनुसार प्राथमिक विद्यालय में 30 विद्यार्थियों पर 1 शिक्षक पर्याप्त है, हेड मास्टर को मिलाकर यहां 2 शिक्षक होना चाहिए। मिडिल में 3 शिक्षक पर्याप्त हैं। वहीं 12वीं में विषयवार शिक्षक होना चाहिए। अधिक शिक्षकों की पदस्थापना के लिए विद्यार्थियों की अधिक संख्या ही एकमात्र पैमाना है।

शिक्षकों के तबादले होने हैं, मर्ज होंगे स्कूल

शिक्षकों के तबादले होने वाले हैं। उनकी सही जगहों पर पदस्थापना की जा रही है। जिन स्कूलों में शिक्षक अधिक हैं वहां से कम होंगे और जहां शिक्षकों की जरूरत है वहां शिक्षकों को पहुंचाया जाएगा। ऐसे स्कूल जहां बच्चों की संख्या बहुत कम है, उन्हें पास के दूसरे स्कूल के साथ मर्ज किया जाएगा।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com