मंदसौर में सिंहस्थ के दौरान तैयार हुए विश्रामगृह में अब रात्रि विश्राम की भी रहेगी व्यवस्था

भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों को अब रात में विश्राम के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। इसके लिए प्रबंध समिति ने सिंहस्थ मद से तैयार हुए विश्राम हॉल में निशुल्क गादी-रजाई की व्यवस्था कर दी है। फिलहाल सामाजिक संगठनों व दानदाताओं के सहयोग से 51 सेट रजाई-गादी की व्यवस्था की गई है। मंदिर में निशुल्क भोजन की व्यवस्था पहले से ही चल रही है। प्रबंध समिति अध्यक्ष कलेक्टर मनोज पुष्प की काफी दिनों से इच्छा थी कि मंदिर परिसर में आने वाले भक्त रात में इधर-उधर भटके नहीं। जो सक्षम हैं, वह तो होटलों या अन्य जगह चले जाते हैं, पर जो यह भार वहन नहीं कर सकते हैं, उनके लिए कोई व्यवस्था होना चाहिए। इसी को लेकर सिंहस्थ के दौरान तैयार हुए विश्रामगृह में अब रात्रि विश्राम की भी व्यवस्था रहेगी। और मंदिर प्रबंध समिति के पास से रजाई-गादी भी निशुल्क दी जाएगी।

महाशिवरात्रि, श्रावण एवं भादवा माह के दौरान यात्रियों की संख्या बढ़ने पर बिस्तर भी बढ़ाए जाएंगे। भगवान पशुपतिनाथ मंदिर पर दर्शन के लिए बाहर से आने वाले यात्रियों के ठहरने के लिए विश्रामगृह की व्यवस्था तो है, लेकिन यहां बिस्तर नहीं है। जबकि कुछ यात्री तो साथ में ही अपने बिस्तर लेकर आ रहे हैं। ऐसे में बाहर से आने वाले यात्री ठंड से ठिठुर रहे हैं। उनके पास न तो बिछाने के लिए गादी है और न रजाई है। यह देखते हुए कलेक्टर मनोज पुष्प ने यात्रियों की सुविधा के लिए निर्देश दिए थे। इसके बाद सामाजिक संगठन भी आगे आ गए। रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से रजाई-गादी की व्यवस्था की गई। अब रात में आने वाले यात्रियों को यहां ठहरने के लिए गादी, बिस्तर भी आसानी से मिल जाएंगे और शुल्क भी नहीं देना पड़ेंगे।

प्रतिदिन आते हैं दस यात्री

भगवान पशुपतिनाथ महादेव में अभी औसतन 40-50 यात्री प्रतिदिन रात्रि विश्राम करते हैं जबकि भादवा और श्रावण माह में यह संख्या 150-200 तक पहुंच जाती है। अभी तक यह यात्री मंदिर परिसर में ही ठहरते हैं और लगभग 100 से अधिक यात्री अतिथि गृह, होटलों व मंदिर के आस-पास धर्मशालाओं में शुल्क देकर ठहरते हैं।

गार्ड रहेगा तैनात

पहले मंदिर परिसर के बाहर गार्ड तैनात रहता था। लेकिन अब दोपहर और रात में भी परिसर व विश्राम हाल में गार्ड तैनात रहेगा। रात में बाहर से आने वाले यात्रियों की एंट्री की जाएगी और विश्राम हॉल में ठहरने वाले यात्रियों का सामान भी सुरक्षित रखा जाएगा। इसके लिए लॉकर की व्यवस्था भी की गई है।

जनसहयोग से हुई व्यवस्था

पशुपतिनाथ मंदिर पर दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों के ठहरने के लिए जनसहयोग से 51 जोड़ गादी, बिस्तर, कंबल, तकिए और रजाई की व्यवस्था की गई है जो भंडार गृह में रखी गई है।

इनका रहा सहयोग

– स्व. कमलाबाई पति भगवानदास रिछावरा की स्मृति में 26 सेट रजाई-गादी

– रेडक्रास सोसायटी के सहयोग से 21 सेट रजाई गादी

-जैन दिवाकर विचार मंच प्रांतीय महिला शाखा मंदसौर द्वारा चार सेट रजाई-गादी

दर्शन के लिए मंदिर पर बाहर से आने वाले यात्रियों के रात में ठहरने के लिए निशुल्क बिस्तर की व्यवस्था की गई है। पहले यहां रजाई-गादी की व्यवस्था नहीं थी। तो हमारे मन में पीड़ा थी कि किसी भी तरह भोलेनाथ के भक्तों को परेशानी नहीं होना चाहिए। साथ ही यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था भी निशुल्क है। – मनोज पुष्प, कलेक्टर व अध्यक्ष, श्री पशुपतिनाथ मंदिर प्रबंध समिति

श्री पशुपतिनाथ मंदिर पर दर्शन के लिए आने वाले बाहरी यात्रियों को ठंड में ठहरने के लिए दिक्कतें आ रही थीं। इसको देखते हुए विश्राम हॉल में जनसहयोग से यात्रियों के लिए 51 सेट रजाई, गादी, बिस्तर व तकिए की निशुल्क व्यवस्था की गई है। 

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