अब मिड-डे मील योजना में शामिल होगीं 12वीं कक्षा तक की छात्राएं
न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि छात्रों को इस समय केवल हेल्दी ऑप्शन चुनना चाहिए। ताजी सब्जियां और फल खाने से उनकी सेहत भी ठीक रहेगी साथ ही इससे पढ़ाई का स्ट्रेस भी कम होगा। छात्र इस समय तली-भूनी चीतों से जितना हो सके उतना दूर रहें। बर्गर, पिज्जा जैसे फास्ट-फूड आइटम्स और कोल्ड ड्रिंक जैसे खाने से छात्रों की एकाग्रता कम होती है। इसलिए इन सबसे बचें और संतुलित और स्वस्थ आहार लें। इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि सही आहार को सही समय पर लिया जाए।
मध्यप्रदेश बोर्ड: आज से कक्षा 12 वीं की परीक्षा की शुरुआत हिंदी विषय के साथ
नाश्ता काफी अहम होता है। रात के खाने से लेकर सुबह तक काफी वक्त बीत जाता है इसलिए नाश्ते को तरजीह दें। रोजाना हेल्दी नाश्ता करें जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन प्रचूर मात्रा में हो। सफेद ब्रेड और चीनी का जितना हो सके, नाश्ते में कम इस्तेमाल करें। दिन और रात के खाने के वक्त हेवी खाना खाने से बचें। इससे नींद तो ज्यादा आएगी ही साथ ही पेट की समस्याएं भी हो सकती है। इस वक्त छात्रों पर काफी स्ट्रेस होता है, इसलिए हल्का खाना खाने को कहा जाता है।
आपका खानपान भी तभी आपका साथ देगा जब आप स्ट्रेस कम लेंगे। इसलिए स्ट्रेस कम करने की कोशिश करें। हर 2-3 घंटे पर ब्रेक लें और पूरी नींद लें।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal