जानिए – लड़कियों को साइंस और मैथ विषय लेने में क्यों लगता है डर

ऐसा देखने को मिलता है की अधिकतर लड़कियां खुद को लड़कों की अपेक्षा गणित में कमजोर मानती हैं, जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है. यह केवल उनकी एक सोच है जो डर पैदा कर देती है की यह विषय कठिन है. लड़कियों में आत्मविश्वास की कमी के कारण ऐसा लगता है की यह विषय कठिन है हम इसे पास नहीं पर पाएगें, जबकि ऐसा बिलकुल नहीं है.

दिल्ली सरकार ने घोषित किए नर्सरी, केजी, फर्स्ट क्लास के परीक्षा परिणामजानिए - लड़कियों को साइंस और मैथ विषय लेने में क्यों लगता है डरमुख्य अध्ययनकर्ता अमेरिका की फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी में सहायक प्राध्यापक लारा पेरेज फेल्कनर का कहना है कि लगातार ऐसा तर्क दिया जा रहा है कि उच्च शिक्षा में विज्ञान विषयों में लैंगिक विषमता योग्यता को दर्शाती है. लेकन जब हमने गणित में योग्यता की परीक्षा ली तो पाया कि लड़के और लड़कियां बराबर योग्य हैं. इस समानता के बावजूद लड़के खुद को गणित में बेहतर मानते हैं, जबकि लड़कियां खुद को कमजोर मानती हैं.

प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए योगी सरकार ने लिए ये बड़े फैसले

हाल के दशक में पूरी दुनिया में उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाली लड़कियों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है. इसके बावजूद भौतिकी, इंजिनीयरिंग, गणित और कंप्यूटर विज्ञान में महिलाओं का प्रतिनिधित्व कम बना हुआ है.

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com