चाय को लेकर आपने अब तक बहुत सी बातें सुनी और पढ़ी होंगी. लेकिन एक हालिया अध्ययन की रिपोर्ट में चाय को लेकर कुछ ऐसा कहा गया है, जिसे सुनकर चाय के मुरीद खुश हो जाएंगे.
अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार दिन में एक कप चाय पीने से बुढ़ापे में डिमेंशिया बीमारी का खतरा नहीं होता. दरअसल डिमेंशिया एक ऐसी बीमारी है, जिसमें व्यक्ति की यादाश्त कमजोर हो जाती है, वह कुछ भी ज्यादा देर तक याद नहीं रख पाता.
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ऐसे में शोधकर्ताओं का दावा है कि दिन में एक कप चाय पीने से बुढ़ापे में भूलने की बीमारी का खतरा 50 फीसदी तक कम किया जा सकता है.
यह अध्ययन नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के वैज्ञानिकों ने किया है.
अध्ययन करने वाले शोधकर्ताओं के अनुसार इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप ग्रीन टी पी रहे हैं या ब्लैक टी, चाय के फायदे आपको चाय के किसी भी रूप में मिलेंगे. दोनों का मस्तिष्क पर एक जैसा असर होता है.
दरअसल, शोधकर्ताओं ने चाय की पत्तियों में कैटेचिन और थियाफ्लेविन नाम का एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सिडेंट के फायदों वाले तत्व पाए हैं, जो मस्तिष्क के उस क्षेत्र को प्रभावित करते हैं जिससे यादें संचित रहती हैं.
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