कानपुर केस में 8 शहीद जांबाज पुलिसकर्मियों की बहादुरी को नमन,अंतिम संस्कार आज होगा

कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बकेरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए गए पुलिसबल में हमले में शहीद आठ जांबाजों को प्रदेश भर में सलामी दी जा रही है। आठ शहीदों का उनके पैतृक जनपदों में आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। गुरुवार-शुक्रवारदेर रात शहीद इन आठों पुलिसकर्मियों की बहादुरी को शुक्रवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने नमन किया।

झांसी के शहीद सिपाही सुल्तान सिंह का अंतिम संस्कार शुक्रवार देर रात उनके गांव में किया गया। जिला व पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों की उपस्थिति में उनको अंतिम विदाई दी गई। उनके चचेरे भाई ने पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। इस घटना के बाद से पूरा गांव शोक में डूबा है। झांसी में बूढ़ा भोजला निवासी सिपाही सुल्तान सिंह के अंतिम संस्कार के समय आइजी सुभाष सिंह बघेल, जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी, एसएसपी डी. प्रदीप कुमार सहित पुलिस व जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी उपस्थित रहे। सुल्तान को मुखाग्नि उसके चचेरे भाई अजय ने दी। सुल्तान सिंह का पार्थिव शरीर रात लगभग 11:30 बजे उसके पैत्रिक गांव पहुंचा था। इसके बाद रात में एक बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया।

रायबरेली में शहीद हुए दारोगा महेश यादव का अंतिम संस्कार 

कानपुर में शहीद हुए दारोगा महेश यादव का गेगाशो गंगा घाट में हुआ अंतिम संस्कार। देर रात महेश यादव का शव उनके पैतृक गांव वन पुरवा पहुंचा था। जहां पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगई समेत जिला गेंगासो अधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने भी पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। शनिवार की सुबह महेश यादव का शव पूरे सम्मान के साथ गेंगासो गंगा घाट ले जाया गया। पुलिसकर्मियों ने उनके शव को कांधा दिया।

श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के बीच उनके बड़े पुत्र विवेक ने पिता को मुखाग्नि दी।इस मौके पर पुलिसकर्मियों ने गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया।गंगा घाट पर उपजिलाधिकारी जीत लाल सैनी, क्षेत्राधिकारी इंद्रपाल सिंह ,सरेनी विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

दारोगा अनूप कुमार सिंह  का आज होगा अंतिम संस्कार

कानपुर में शहीद प्रतापगढ़ के दारोगा अनूप कुमार का पार्थिव शरीर देर रात उनके गांव लाया गया। आज दिन में उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रतापगढ़ में मान्धाता थाना क्षेत्र के बेलखरी गांव के रहने वाले दारोगा अनूप कुमार सिंह कानपुर में मंधना चौकी में बतौर चौकी इंचार्ज तैनात थे।

वह गुरुवार देर रात दुर्दांत बदमाश हिस्ट्रीशीटर विकास दूबे को पकडऩे के लिए दबिश के दौरान हमले में शहीद हो गए। उनका पाॢथव शरीर शुक्रवार की रात डेढ़ बजे लाया गया। गांव के लोग पूरी रात उनके घर के प्रांगण में मौजूद रहे। उनकी पत्नी और बच्चों को रोते देख हर किसी की आंखें नम हो गईं। आज उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके गांव में पुलिस फोर्स तैनात है। उनके अंतिम दर्शन करने को आसपास के लोगों का तांता लगा हुआ है।

दारोगा नेबू लाल के आवास पर लगा लोगों का तांता

प्रयागराज के हंडिया के भीटी क्षेत्र के दारोगा नेबू लाल का पार्थिव शरीर भी देर रात उनके गांव लाया गया। हंडिय़ा थाना क्षेत्र के भीटी नउआन गांव के रहने वाले दारोगा नेबू लाल कानपुर में तैनात थे। वह गुरुवार देर रात दुर्दांत बदमाश हिस्ट्रीशीटर विकास दूबे को पकडऩे के लिए दबिश के दौरान हमले में शहीद हो गए।

उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार की रात डेढ़ बजे घर लाया गया। गांव के समीप सीतामढ़ी गंगा घाट पर आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। जिलाधिकारी व एसएसपी सहित कई अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी शहीद के घर पहुंचे हैं।

सिपाही जितेंद्र पाल को भी नमन

मथुरा निवासी सिपाही जितेंद्र पाल भी कानपुर बदमाशों ओर साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए। बलिदानी सिपाही जितेंद्र पाल सिंह का पार्थिव शरीर तड़के उनके पैतृक गांव बरारी पहुंचा। इस मौके पर गांव जितेंद्र सिंह अमर रहे के नारों से गूंज उठा। उनके अंतिम दर्शन के लिए एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर भी गांव पहुंचे हैं। आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

मुजफ्फरनगर में डीएम व एसएसपी ने किया शहीदों को नमन

कानपुर में जांबाज पुलिस कॢमयों की शहादत पर देर रात मुजफ्फरनगर में जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे., वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव और मीटिंग में शामिल सभी अधिकारियों ने मौन धारण कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

गौरतलब है कि गुरुवार रात कानपुर जिला मुख्यालय से करीब 38 किमी दूर चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू निवासी दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को उसके गांव पकडऩे पहुंची तीन थानों पुलिस टीम अपनी ही सुरक्षा नहीं कर सकी और सीओ, एसओ समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए।  गोली लगने से पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक एसओ का प्राइवेट ड्राइवर घायल है। इसमें होमगार्ड की हालत गंभीर है। सूबे में यह पहली बार है, जबकि इतनी बड़ी संख्या में पुलिस वाले शहीद हुए हैं। घटना की मुखबिरी का शक पुलिस पर ही है। इसकी जांच कराई जा रही है। पुलिस ने घटना के करीब सात घंटे बाद सुबह हुई मुठभेड़ में विकास दुबे के चचेरे भाई और मामा को मुठभेड़ में मार गिराया है। विकास के पीछे एसटीएफ और पुलिस की कई टीमें लगी हैं। आइजी मोहित अग्रवाल ने विकास पर 50 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया है।

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