एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने किया – विकास दुबे पर अब 5 लाख का इनाम रखा गया,

उत्तर प्रदेश सरकार ने कानपुर कांड के मोस्टवांटेड विकास दुबे को दबोचने के लिए और शिकंजा कस दिया है। कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव मे उत्तर प्रदेश पुलिस के डिप्टी एसपी सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद फरार मुख्य आरोपित विकास दुबे पर प्रदेश सरकार ने और बड़ा इनाम घोषित कर दिया है। जांच के साथ ही विकास दुबे आपराधिक गतिविधियों बढ़ रही संलिप्तता को देखते हुए योगी सरकार ने उस पर इनाम राशि ढाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दी है।

लखनऊ में बुधवार को एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने पत्रकार वार्ता में कहा कि कानपुर की घटना में जो भी शामिल हैं उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिन्होंने ने भी इस घटना को अंजाम दिया है, उन्हें पछतावा होगा। प्रशांत कुमार ने कहा कि घटना के तत्काल बाद दो अपराधी पुलिस मठभेड़ में मारे गए और पुलिस से लूटा गया असलहा भी बरामद कर लिया गया। इसी क्रम में बुधवार सुबह हमीरपुर जिले में इस घटना का वांछित अमर दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। मारे गए अमर दुबे के पास से एक अवैध सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल मिली है।

एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि अब तक पुलिस से लूटी गई तीन पिस्टल बरामद हुई है। इनमें दो पिस्टल कल फरीदाबाद में पकड़े गए तीन आरोपितों से बरामद की गईं। एक पहले कानपुर में बरामद हुई थी। पुलिस से लूटी गई ऐके 47 और इनसास रायफल अब तक बरामद नहीं है। अब तक कुल आठ आरोपित पकड़े गए हैं और तीन को मुठभेड़ में मारा गिराया गया है। मारे गए अमर दुबे का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। एडीजी कानून व्यवस्था ने कहा घटना में शामिल सभी अपराधियों पर नजीर कार्रवाई होगी। कानपुर में हुई मुठभेड़ में विकास के साथी श्यामू वाजपेयी, संजीव दुबे और जहांन यादव को पकड़ा गया है। इनमें श्यामू पर 50 हजार का इनाम था।

बता दें कि कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव मे उत्तर प्रदेश पुलिस के डिप्टी एसपी सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद फरार मुख्य आरोपित विकास दुबे के खिलाफ इसी मामले में चौबेपुर थाना में क्राइम संख्या 192/2020 में केस दर्ज है। विकास दुबे पुत्र राम कुमार दुबे निवासी विकरू थाना, चौबेपुर पर पहले 25 हजार का ईनाम था, जिसको बढ़ाकर 50 हजार, 1 लाख, 2.5 लाख  और अब पांच लाख कर दिया गया है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि मोस्टवांटेड विकास दुबे को गिरफ्तार करवाने या सूचना देने वाले को अब पांच लाख रुपये इनाम राशि दी जाएगी।

यह भी जानकारी सामने आई है कि कानपुर कांड का मुख्य आरोपित विकास दुबे घटना के बाद मौरंग की ट्रक से भागा था। पुलिस को उससे जुड़ी कई नई जानकारियां मिली हैं। एसटीएफ की टीमों ने हरियाणा और दिल्ली में उसके संभावित ठिकानों पर छापे मार रही है। पुलिस विकास के कई करीबियों से भी पूछताछ कर रही है।

विकास दुबे के दाहिना हाथ अमर दुबे ढेर : कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की जान लेने वाले विकास दुबे और उसके गुर्गों की तलाश मे लगी पुलिस को बुधवार सुबह विकास दुबे के दाहिना हाथ माने जाने वाले चचेरे भाई अमर दुबे को मार गिराने मे सफलता हाथ लगी। हमीरपुर के मौदाहा में पुलिस और एसटीएफ की टीम की अमर दुबे से बुधवार सुबह हुई मुठभेड़ में पुलिस ने उसे ढेर कर दिया। कानपुर में पुलिसवालों की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी विकास दुबे के गुर्गों में अमर दुबे सबसे करीबी था। इस हत्याकांड के वांछित अभियुक्तों के वायरल पोस्टर में अमर दुबे का नाम पहले नंबर पर था। एसटीएफ और हमीरपुर पुलिस ने बुधवार सुबह उसका एनकाउंटर कर दिया। इससे पहले मंगलवार रात फरीदाबाद में पकड़े गए विकास दुबे के करीबियों से पूछताछ में फरीदाबाद पुलिस को अहम जानकारी मिली थी, जिसके यह कार्रवाई की गई।

फरीदाबाद में विकास के नजर आने के बाद हरियाणा पुलिस अलर्ट : उत्तर प्रदेश में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले भगोड़े गैंगस्टर के फरीदाबाद में नजर आने के बाद हरियाणा पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बुधवार सुबह अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हालांकि, स्थानीय पुलिस के छापेमारी करने से पहले ही वह भाग निकला। विकास दुबे फर्जी पहचान के जरिए बदखल चौक इलाके में स्थित एक छोटे होटल में रुका था। हरियाणा और उत्तर प्रदेश की संयुक्त टीमों ने दुबे के एक सहयोगी को हिरासत में लिया है। उसने पुष्टि की है कि दुबे होटल में उसके साथ रुका था। वहीं पुलिस को सीसीटीवी फुटेज हासिल करने में कामयाबी मिली है, जिसमें दुबे काले रंग की शर्ट, जींस और मास्क पहने होटल में नजर आ रहा है। एक और सीसीटीवी कैमरे से पता चला कि वह एक बैग रखे है और सड़क किनारे खड़ा होकर एक वाहन के आने का इंतजार कर रहा था।

होटल में खुद को बताया अंकुर : फरीदाबाद में होटल के कर्मचारियों के अनुसार, विकास ने अपनी पहचान अंकुर के रूप में कराई थी और पुलिस के होटल पहुंचने से पहले ही वह वहां से भाग गया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अनुसार, जानकारी मिली है कि विकास दुबे दिल्ली और एनसीआर में आने-जाने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग कर रहा है। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि वह सड़क के किनारे खड़े होकर एक वाहन का इंतजार कर रहा था। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में गैंगस्टर को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई जारी है।

सीएम योगी आदित्यनाथ नाराज : सीओ सहित आठ पुलिसकर्मी की हत्या के मामले में पुलिस की नाकामी से सीएम योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं। गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस ने 50 से ज्यादा टीमें लगा रखी हैं, लेकिन अभी तक नतीजा शून्य है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अबतक विकास दुबे की गिरफ्तारी ना होने की वजह से नाराज हैं। सीएम की नाराजगी डीजीपी, पुलिस के आला अधिकारियों और गृह विभाग के अधिकारियों पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर चल रही छापामारी पर एक-एक अपडेट खुद ले रहे हैं। उत्तर प्रदेश की पुलिस वो हर कोना तलाश रही है, जहां विकास दुबे के सुराग मिल सकते हैं। एसटीएफ ने लखनऊ स्थित विकास दुबे के घर पर भी छापा मारा और दस्तावेजों को खंगाला।

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